बिहार राज्य में डी.एल.एड कोर्स हेतु संबद्धता प्राप्त प्रशिक्षण संस्थानों की पूरी सूची
डी.एल.एड. का फुल फॉर्म:-प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा
डी.एल.एड. क्या है:-प्रारंभिक विद्यालयोंं मे शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य प्रशैक्षणिक योग्यता है। सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में शिक्षण कार्य के लिए प्रशिक्षित होना अनिवार्य है। किसी भी परिस्थिति में अप्रशिक्षित शिक्षक शिक्षण कार्य नहीं करेंगे। शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण प्रदान करने के लिए यह अति आवश्यक है। इस प्रशिक्षण से शिक्षण कला विकसित होती है। बच्चों की सर्वांगीण विकास करने में लाभदायक है। विद्यालय के क्रियाकलाप से पूर्णतः अवगत कराते हुए पूर्ण शिक्षक बनाती है।
डी.एल.एड. कोर्स की अवधि:-2 वर्ष
डी.एल.एड. हेतु योग्यता:-किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कम से कम 50% अंक से 12वीं में उत्तीर्ण होना आवश्यक है। नामांंकन हेतु सभी आरक्षित कोटी/नि:शक्त के लिए अर्हता अंको में 5% की छूट होगी।
डी.एल.एड. हेतु उम्र सीमा:-
न्यूनतम उम्र-17 वर्ष
अधिकतम उम्र-कोई सीमा नहीं।
डी.एल.एड. हेतु नामांकन की प्रक्रिया:-डी.एल.एड. संयुक्त प्रवेश परीक्षा, बिहार विद्यालय परीक्षाा समिति द्वारा आयोजित की जाती है। सफल अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण संस्थान आवंटित की जाती है।
डी.एल.एड. संयुक्त प्रवेश परीक्षा का सिलेबस:-
*. सामान्य हिंदी/सामान्य उर्दू (मैट्रिक स्तरीय)
*. सामान्य अंग्रेजी (मैट्रिक स्तरीय)
*. गणित (मैट्रिक स्तरीय)
*. विज्ञान (मैट्रिक स्तरीय)
*. सामाजिक अध्ययन (मैट्रिक स्तरीय)
*. तार्किक और विश्लेषणात्मक तर्क (मैट्रिक स्तरीय)
डी.एल.एड. संयुक्त प्रवेश परीक्षा का पैटर्न:-
डी.एल.एड. संयुक्त प्रवेश परीक्षा से संबंधित अन्य जानकारी:-
1. बहुविकल्पीय, ओएमआर पर आधारित कुल प्रश्नों की संख्या-150
2. परीक्षा अवधि-2 घंटा 30 मिनट
आवेदन शुल्क:-
सामान्य/ईडब्ल्यूएस/बीसी/ओबीसी- ₹960
एससी/एसटी/दिव्यांग- ₹760
नामांकन एवं संयुक्त प्रवेश परीक्षा की विस्तृत जानकारी के लिए लॉगिन करते रहें:-www.biharboardvividh.com
बिहार राज्य में डी.एल.एड. कोर्स हेतु संबद्धता प्राप्त प्रशिक्षण संस्थानों की सूची:
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